मैं एक सुलझा हुआ एक पत्रकार हूँ. बिगत कुछ वर्षों से पत्रकारिता से जुदा हुआ हूँ. एक चैट शो देखकर मैं इस क्षेत्र में आया सोचा था की यहाँ मैं समाज में एक क्रांति लावूँगा. पर यहाँ आकर देखा सबकुछ एकदम अलग है तो मैं भी सबकी तरह चल पड़ा. पर अब भी मैं अपने आपको एक मूल पत्रकार के आचरणों से अलग पाता हूँ हो सकता है की ये मेरी कमी हो पर मैं अपने से खुश हूँ.
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