मंगलवार, 16 सितंबर 2008

आवो चलें शिरडी वाले बाबा के पास

मस्त बहारों का मैं आशिक जो मैं चाहूं यार करूँ ।
मेरी गाडी जो मुझे शिरडी तक ले गयी।

नासिक से २६ किलोमीटर दूर इस घाट पर जाने का आनंद ही अलग है।


मैं जब यहाँ से गुजरा तो ये सुहाना दृश्य देखकर गाडी पर ब्रेक लगा दिया। इस गांव का नाम खोपडी गांव है।








आजकल बरसात का मौसम है। नासिक के आसपास खूब बरसात हो रही है जब से मैं यहाँ आया हूँ भगवान सूर्या के दर्शन नही हुए हैं। शिरडी से ४० किलोमीटर पहले खोपडी गांव के पास एक ऐसी ही अनुपम छठा देखने को मिलती है। अगर आप भक्त होने के साथ प्रकृति प्रेमी हैं तो देर किस बात की ज़ल्दी कीजिये पता नही कब ये बरसात का मौसम चला जाए।

सोमवार, 15 सितंबर 2008

ये कैसा प्यार है?

एक व्यक्ति था वो काफी बुद्धिमान था उसे अपने ऊपर पूरा कांफिडेंस था। जो चाहता था भगवन की दया से उसे सबकुछ मिल जाता था। उसके पिता जी मध्य प्रदेस में एक सरकारी फर्म में चीफ engeener थे। पर उनकी डेथ सिर्फ़ ३९ साल की उम्र में ही हो गयी थी। उस समय वो व्यक्ति १४ साल का था। पर हर चीज़ में अवल रहने वाले उस व्यक्ति ने माँ के पालन पोषण में अपना एक पक्ष कमजोर कर लिया। वो पक्ष था उसकी लड़कियों के प्रति कमजोरी। ठीक समय पर उसकी शादी हो गयी। कुछ सालों बाद उसे एक बेटा भी हुआ। पर पाँच साल बाद उसने अपनी बेवी को तलाक दे दिया उसका क्या कारन था उसका ठीक से मुझे पता नही है। वो औरत अपने बच्चे को छोड़कर चली गयी। उसे तलाक देने के बाद वो व्यक्ति कुछ दिनों तक अकेला रहा। पर अचानक एक दिन उसकी मुलाकात एअरपोर्ट जेट ऐर्वाय्स के लिए काम करने वाली औरत से हो जाती है। ठीक उसी समय उसे उससे प्यार हो गया। बस क्या था कुछ महीने बाद उस लडकी से एक मन्दिर में जाकर महोदय ने गंधर्ब विवाह कर लिया। इस बीवी से महोदय को एक बच्चे हुयी। अपनी इस बीवी के साथ महोदय तीन साल तक रहे। इसके बाद उन्होंने अपनी इस बीवी को इसलिए छोड़ दिया क्यूंकि उन्हें इस बार एक २५ साल की मॉडल से प्यार हो गया कुछ महीने पहले अपनी माँ को साक्षी मानकर उससे विवाह कर लिया। थोड़े दिन उस लडकी ने जिस लिए शादी की थी वो पैसा वैसा बटोर के चलती बनी। जिस व्यक्ति की मैं बात कर रहा हूँ उसके तीन फाइव स्टार होलेल हैं इंडिया में। कई देशों में उसके ब्रान्चेस हैं। दो दिन पहले की बात है लगभग ४५ साल का ये व्यक्ति अपनी नयी बीवी के घर पहुँच गया। जहाँ पर उस नयी बीवी ने उसके साथ रहने से मना कर दिया। बस क्या था महोदय ने अपनी पिस्टल निकाल कर कहा तुम्हारे वगैर मैं नही रह सकता। यही कहकर उन्होंने गोली रविवार को अपने सीने में दाग लिया। गोली उनके दिल की थोड़ी से दूर रहती हुयी पार हो गयी। मुंबई के एक बड़े हॉस्पिटल में वो ज़िंदगी मौत से लड़ रहे हैं। अब आप ही बताएं एक बन्दा जिसके पास इतना सारा पैसा है उसने आपके साथ ऐसा क्यूँ किया। दुनिया की सबसे महँगी गाडियां उस बन्दे के पास हैं। वो मेरा बहुत खास है इसलिए अजीब लग रहा है। पर ये कौन सा प्यार है गलती किसकी है इसमे ये समझ नही आ रहा। इसलिए मैंने सोचा क्यूँ ना आज भड़ास निकला जाए। ये मसालेदार ख़बर नही है एक हकीकत है।
अमित द्विवेदी नासिक से